इमरान हाशमी और यामी गौतम की नई फिल्म "हक़" रिलीज़ से पहले ही विवादों में उलझ गई है। यह फिल्म एक ऐसी महिला की कहानी को दर्शाती है जो अपने पति के अत्याचारों से जूझ रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कहानी मोहम्मद अहमद खान और शाह बानो बेगम के बीच हुए एक वास्तविक मुकदमे से प्रेरित है, जो भारत के सबसे चर्चित मामलों में से एक है। हालांकि, फिल्म की रिलीज़ से पहले ही इसे विवादों का सामना करना पड़ रहा है।
टीज़र के बाद कानूनी नोटिस
फिल्म का टीज़र हाल ही में जारी किया गया था और इसे दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। लेकिन इसके तुरंत बाद विवाद उत्पन्न हो गया, जिससे फिल्म कानूनी पचड़े में फंस गई है। शाह बानो की बेटी, सिद्दीका बेगम ने "हक़" के निर्माताओं को एक कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें फिल्म पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई है। उनका आरोप है कि फिल्म में शाह बानो के निजी जीवन को उनके कानूनी उत्तराधिकारियों की अनुमति के बिना दर्शाया गया है। नोटिस में मानहानि और व्यक्तिगत अधिकारों के उल्लंघन का भी उल्लेख किया गया है।
वकील की दलीलें
सिद्दीका बेगम की ओर से वकील तौसीफ ज़ेड. वारसी द्वारा भेजा गया नोटिस चार प्रमुख पक्षों को संबोधित है: फिल्म के निर्देशक सुपर्ण वर्मा, जंगली पिक्चर्स (निर्माण भागीदार), बावेजा स्टूडियोज़ (प्रमोटर) और सीबीएफसी। नोटिस में कहा गया है कि फिल्म "दिवंगत शाह बानो बेगम के निजी जीवन, जिसमें संवेदनशील पारिवारिक घटनाएँ और व्यक्तिगत अनुभव शामिल हैं, को बिना अनुमति के दर्शाती है।" इसके अलावा, नोटिस में चेतावनी दी गई है कि यदि फिल्म शाह बानो या उनके परिवार की "छवि या नैतिक चरित्र को धूमिल करती है, तो यह मानहानि के बराबर होगा।"
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